"मृत्यु मेरे दर पर"
कुछ परिस्तिथियों से प्रेरित हो कर लिखी एक रचना जहा एक कवि और लेखक का अभिमान दीखता है कैसे वो मृत्यु से भी पुरे विश्वास, घमंड के साथ बात करता है |
"जिंदगी के लिये जीने की वजह चाहिए पर याद रखे मौत को टालने क लिए आपको खुद का सम्मान चाहिए"
"आप किसी को मिसाल तभी दे सकते है या तो आप खुद वो बने या फिर आप उसे कारगर साबित करे | "
"आपको प्रेरणा के लिए किसी कहानी की जरुरत नहीं आप खुद को खुद की नजर से देखे और खुद की हिम्मत पहचाने तो सच मानिये आप खुद एक प्रेरणा स्त्रोत है "
उम्मीद आपको ये रचना पसंद आये |
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